बागेश्वर: पृथक विकासखंड की मांग को लेकर कठपुड़ियाछीना संघर्ष समिति मुखर, आंदोलन की दी चेतावनी

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जन संघर्ष समिति कठपुड़ियाछीना ने पृथक विकास खंड बनाए जाने की मांग की है। उन्होंने कहा कि अगर यहां विकासखंड बनता है तो खरेही, धूराफाट तथा रीठागाड़ क्षेत्र का विकास और अधिक तेजी के साथ होगा। साथ ही आगामी दिनों में भी विकास खंड की मांग के लिए संघर्ष जारी रहेगा।

संघर्ष समिति की बैठक की अध्यक्षता नरेंद्र सिंह रावत ने की। कहा कि कठपुड़ियाछीना विकास खंड की मांग लंबे समय से की जा रही है। लेकिन अभी तक ये मांग ठंडे बस्ते में ही है। त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में पंथगांव, बोहाला को जेठाई क्षेत्र से पृथक नहीं किया गया है। बोहाला से डौल, सिया से सैज, लोब से बेहरगांव का तक सड़क का विस्तारीकरण नहीं हो सका है। कठपुड़ियाछीना सेराघाट मोटर मार्ग 1981 में बन गया था। अभी तक अधूरा है। सेराघाट तक सड़क का मिलान नहीं हो सका है।यह क्षेत्र के विकास को चुनौती है। उन्होंने कहा कि दाणोछीना स्थित ट्यूब वेल से छानी तक पेयजल आपूर्ति नहीं की जा रही है। जल जीवन मिशन के कार्य भी संतोषजनक नहीं है। जलापूर्ति नहीं हो पा रही है। जिसकी जांच की जाए। राष्ट्रीय राजमार्ग 309 एक बागेश्वर-ताकुला का चौड़ीकरण हो रहा है। लोगों को धूल खाने के लिए मजबूर कर दिया है। जिससे उनका स्वास्थ्य खराब होने लगा है। उन्होंने निर्माण एजेंसी से धूप को बिठाने के लिए पानी का छिड़काव कराने की मांग की। ऐसा नहीं होने पर आंदोलन करने का एलान किया। बैठक में एनके मिश्रा, बीएस रावत, एनएस मेहता, प्रेम राम, खीम सिंह नेगी, शंकर मिश्रा, मोहन मेहता, शंभू दत्त मिश्रा, देवी दत्त मिश्रा आदि उपस्थित थे।