उत्तराखंड-(बिग न्यूज) यहां बैराज में चौकी इंचार्ज की डूबकर हुई मौत, शोक में पुलिस महकमा
हल्द्वानी- होली के दिन आज फिर से एक बड़ी दुःखद खबर सामने आई है, काठगोदाम के गौला बैराज में डूबने से काठगोदाम चौकी इंचार्ज की मौत हो गई है। जिसके बाद पुलिस महकमे में शोक की लहर दौड़ पड़ी । आज दिनांक 19.03.2022 को समय 16.51 बजे थानाध्यक्ष काठगोदाम प्रमोद पाठक को गौला बैराज काठगोदाम में ड्यूटी कर्मचारीगण द्वारा जरिए दूरभाष सूचना दी गई की SI अमरपाल सिंह प्रभारी चौकी मल्ला काठगोदाम बैराज में ड्यूटी एवम बचाव कार्य के दौरान डूब गए है, इस सूचना पर थानाध्यक्ष काठगोदाम पुलिस फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे, मौके पर मौजूद ड्यूटी कांस्टेबल जल पुलिस प्रताप गाड़िया, द्वारा बताया गया की में बैराज में सुरक्षा ड्यूटी में नियुक्त था, समय करीब 16.45 बजे si अमरपाल सिंह, कांस्टेबल संजय साहनी, कांस्टेबल प्रमोद कुमार, के साथ मौके पर आए थे, जो बैराज में अनावश्यक रूप से घूमने वाले व्यक्तियों को बाहर भेज रहे थे, इसी दौरान एक व्यक्ति जिसका नाम दीपक कोरंगा पुत्र कुंवर सिंह उम्र 25 वर्ष निवासी ग्राम गुलर थाना कपकोट जिला बागेश्वर , हाल संविदा कर्मी शीशमहल काठगोदाम बैराज में नहाने के दौरान डूबने लगा, जिसकी बचाने की अपील पर कांस्टेबल प्रताप गाड़िया, बैराज में कूदा, जिसके पीछे से SI अमरपाल सिंह भी बैराज में कूद पड़े, दोनो के द्वारा उक्त दीपक कोरंगा को बचाया गया, एवम कांस्टेबल प्रताप गाड़िया उक्त व्यक्ति दीपक को बाहर निकालकर लाने लगा, इसी दौरान SI अमरपाल सिंह बैराज के भंवर में फंसकर डूबने लगे, जिसे बचने को जाने तक बैराज के चैनल में डूब गए । इसके पश्चात बैराज के गेट को खुलवाकर SI अमरपाल सिंह को बाहर निकलवाकर बृजलाल हॉस्पिटल लाया गया, जहा डॉ० द्वारा si अमरपाल को मृत घोषित कर दिया गया,वही घटना की सूचना मिलने के बाद मौके पर SSP नैनीताल पंकज भट्ट सहित तमाम आला अधिकारी मौके पर पहुँचे। एसएसपी पंकज भट्ट ने जानकारी देते हुए बताया की चौकी इंचार्ज होली खेलने के बाद गौला बैराज गए थे जहां दरोगा डूब गए । जिनको पुलिस ने निकाला और हॉस्पिटल लेकर आये लेकिन तब तक देर हो चुकी थी और चौकी इंचार्ज की मौत हो गयी थी। वही शव को पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिये भेज दिया गया है। और मृतक दरोगा के परिजनों को इसकी सूचना दे दी गई है। पूरे मामले की जांच की जा रही है,वही दरोगा को मौत से पूरे पुलिस महकमे में शोक की लहर है हर किसी के आँखों मे आंसू थे जो कि एक दूसरे को सांत्वना देने में थे।