उत्तराखंड-यहां आपदा के चलते रास्ते में फंसी है बारात, 3 दिन से दुल्हन कर रही टकटकी निगाहों से दूल्हे का इंतजार
उत्तराखंड में आसमान से आई आफत की बारिस और इस बारिस से आई आपदा के बाद कई लोग जगह जगह अभी फंसे हुए है जबकि कई लापता है। पहाड़ों की सड़कें अभी भी बंद है। कई जगह तो सड़कें ही आपदा के आगोश में गायब हैंजरूरी कार्यों से जा रहे लोग भी मार्ग बंद हो ने से बीच राह में फंस गए। ऐसे में एक बारात जो टनकपुर के नायकगोठ से पिथौरागढ़ गई तीन दिन बाद भी दुल्हन के घर पिथौरागढ़ नहीं पहुंच पाई। दुल्हन पक्ष के लोग तीन दिन से बारात का इंतजार कर रहे हैं।जानकारी के अनुसार पूर्णागिरि मार्ग स्थित नायकगोठ निवासी मुकेश बहादुर पुत्र प्रेम बहादुर का विवाह पिथौरागढ़ सिल्थाम बस स्टेशन के पास गोरखा कॉलोनी निवासी काजल के साथ होना था। विवाह का मूहर्त 18 अक्टूबर को निकला था। ऐसे में 18 अक्टूबर को मौसम अलर्ट जारी किए जाने के बाद मुकेश बारात को टनकपुर पिथौरागढ़ एनएच से न ले जाकर 18 अक्टूबर को हल्द्वानी भीमताल होते हुए पिथौरागढ़ जाने को निकल गए। रास्ते में बारिश के बीच वह जैसे तैसे भीमताल तक पहुंच गए। लेकिन बारिश ज्यादा होने से आगे के मार्ग बंद हो गए। ऐसे में वह बीच में फंस गए। उनके साथ चार वाहनों में करीब 25 लोग है।रात में फंसने पर वह भीमताल स्थित एक होटल में रुक गए। वहां भी बारिश के चलते होटल में मलबा आ गया। उप प्रधान राहुल ने बताया कि मंगलवार शाम तक उनसे बात हुई लेकिन बुधवार को उनसे संपर्क भी नहीं हो पाया। इधर पिथौरागढ़ भी वह लोग नहीं पहुंचे। उन्होंने बताया कि यह शादी दशहरे पर होनी थी लेकिन किसी कारणवश शादी की तिथि को आगे बढ़ानी पड़ी। यह लोग अभी भी भीमताल में फंसे हुए हैं। दुल्हन पक्ष के लोग बारात के पहुंचने का इंतजार कर लगातार उनसे संपर्क करने में जुटे हुए हैं।