उत्तराखंड:बेरीनाग में “बुबू हिमालय” की शूटिंग शुरू,मुन्सयारी के 80 वर्षीय बुजुर्ग दंपति की सच्ची कहानी से प्रभावित है ये फिल्म

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पिथौरागढ़ बेरीनाग: राष्ट्रीय फ़िल्म पुरस्कार विजेता चर्चित फ़िल्मकार विनोद कापड़ी की नई हिंदी फ़ीचर फ़िल्म “बुबू हिमालय” की शूटिंग उत्तराखंड के बेरीनाग में शुरू हो गई है। पिथौरागढ़ ज़िले के अलग अलग इलाक़ों में इस फ़िल्म की शूटिंग 35 से 40 दिन में पूरी की जाएगी। लड्डू गोपाल वेंचर्स और भागीरथी फ़िल्म्स के बैनर तले बन रही यह फ़िल्म मुन्सयारी के 80 वर्षीय बुजुर्ग दंपति की सच्ची कहानी से प्रभावित है।

फिल्म के सहायक निर्देशक दिव्यांशु राठौर ने बताया कि “बुबू हिमालय” की पूरी टीम पिछले दो हफ़्तों से बेरीनाग इलाक़े के चौपाता और बेलकोट में डेरा जमाए हुई है। पहला शेड्यूल इसी इलाक़े के आसपास शूट किया जाएगा और इसके लिए टीम ने कोई सेट नहीं लगाया है। फ़िल्म टीम पहाड़ के असली गाँवों और घरों में ही शूटिंग करने जा रही हैं।
फ़िल्म की कहानी के बारे में फ़िल्म से जुड़े लोगों ने कुछ विशेष बताने से इंकार कर दिया है लेकिन ऐसा पता चला है कि फ़िल्म की पूरी कहानी पहाड़ के दो बुजुर्ग आमा-बुबू किरदार के इर्द-गिर्द ही घूम रही है और उत्तराखंड में हो रहा पलायन केंद्र में है।

दिलचस्प बात यह है कि प्रयोग धर्मी सिनेमा के लिए चर्चित निर्देशक विनोद कापड़ी ने आमा-बुबू के इस मुख्य किरदार के लिए बेरीनाग के उखाड़ा गाँव के 78 वर्षीय पदम सिंह और गढ़तिर की 68 वर्षीय हीरा देवी का चयन किया है। इन दोनों ने जीवन में ना कभी कैमरा देखा और ना ही कभी कोई एक्टिंग की है। फ़िल्मकार कापड़ी ने इन दोनों ग्राम वासियों के साथ एक महीने तक वर्कशॉप की और बाक़ायदा एक एक्टिंग कोच अनूप त्रिवेदी की मदद ली। अनूप खुद नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा के पास आउट हैं और “शेरनी” में विद्या बालन के साथ अहम किरदार निभा चुके हैं।

“बुबू हिमालय” की पूरी शूटिंग उत्तराखंड में ही की जाएगी और फ़िल्म में शामिल सारे कलाकार भी उत्तराखंड के ही हैं।फ़िल्म का पूरा क्रू भी बेलकोट और चौपाता गाँव के अलग अलग घरों में ही ठहरा हुआ है। दिलचस्प बात यह है कि निर्देशक विनोद कापड़ी भी उत्तराखंड के बेरीनाग के ही रहने वाले हैं , जिनकी मिस टनकपुर हाज़िर हो , पीहू और 1232 किलोमीटर जैसी फ़िल्में काफ़ी चर्चित रही हैं। अब तक दो बार उनकी फ़िल्में राष्ट्रीय पुरस्कार जीत चुकी हैं। बुबू हिमालय के ज़रिए विनोद एक बार फिर 1232 किलोमीटर की संगीतमय जोड़ी गुलज़ार और विशाल भारद्वाज को दोहराना चाहते हैं।

बेरीनाग के बाद फ़िल्म की शूटिंग रीठा, चौकोड़ी , थल , नाचनी , दारमा घाटी के दातू और दुग्तू गाँव में की जाएगी। फ़िल्म के बारे में निर्देशक विनोद कापड़ी का कहना है कि वो स्थायी तौर कभी इस खूबसूरत धरती पर सशरीर नहीं रहे पर उनकी आत्मा हमेशा उत्तराखंड में ही रही और इस फ़िल्म के ज़रिए उनका बहुत बड़ा सपना पूरा हो रहा है। फ़िल्म को लेकर इसके बनने से पहले ही कई अंतर्राष्ट्रीय फ़िल्म फ़ेस्टिवल और ओटीटी प्लेटफ़ॉर्म अपनी दिलचस्पी जता चुके हैं। बुबू हिमालय को अगस्त 2023 में रिलीज़ करने की योजना है।