बागेश्वर रात्रि में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने ग्रामीण अंचल के बुजुर्ग दंपति के घर रात्रि विश्राम के बाद आज गांधी जयंती पर कई कार्यक्रम भी किये गए
बीते रोज रात्रि में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने मनकोट गाँव के 98 साल के बुजुर्ग दंपत्ति श्री बची राम पाण्डेय जी, श्रीमती सरस्वती देवी जी व उनके परिवार से मुलाकात की ओर वहीं पर डेरा डालकर रात्रि विश्राम भी कियाब और स्वत्रंत्रता दिलाने महात्मा गांधी व उनके योगदान के साथ आजकल देश में बिगड़े हालातों पर चर्चा की।
आज सुबह 98 साल के बुजुर्ग दंपत्ति श्री बची राम पाण्डेय जी व श्रीमती सरस्वती देवी जी के घर मे वहाँ की सम्मानित जनता कर साथ मिल कर महात्मा गाँधी जी व लाल बहादुर शास्त्री जी की जयंती मनाते हुए ध्वजारोहण किया व राष्ट्रगान गया।
उसके बाद 98 साल के दम्पति श्री बची राम पाण्डेय जी व श्रीमती सरस्वती देवी जी , सेनावृत सूबेदार श्री उर्वा दत्त पंडा जी व कांग्रेस के वरिष्ठ कार्यकर्ता जय प्रकाश पंडा जी को सम्मानित किया।
उसके पश्चयात गाँधी जी के पद चिन्हों में चलते हुए युवा कांग्रेस बागेश्वर टीम
पद यात्रा करते हुए छाती गाँव पहुचे ।
वहाँ देश के लिए शहीद जवान स्वर्गीय पूरन चंद्र चौबे जी के परिवार में उनकी माता जी श्रीमती नन्दी देवी जी व भाई कमलेश चौबे जी को सम्मानित किया गया।
तत्पश्चात युवा कांग्रेस बागेश्वर टीम बागेश्वर ने नगर में स्वत्रंत्रता सेनानी स्वर्गीय शिव लाल वर्मा जी की धर्मपत्नी व उनके परिजनों से मुलाकात की और उन्हें सम्मानित किया।
कार्यक्रम में कवि जोशी जिलाध्यक्ष युवा कांग्रेस बागेश्वर, अंकुर उपाध्याय प्रदेश प्रवक्ता, सुनील पांडे जिला कोषाध्यक्ष, रिजवान खान जिला उपाध्यक्ष, जयदीप कुमार जिला उपाध्यक्ष, अजय पांडे ब्लॉक सोशल मीडिया अध्यक्ष,
पंकज परिहार ब्लॉक अध्यक्ष बागेश्वर,
राकेश भट्ट जिला प्रवक्ता,
कमल कोहली जिला सचिव,
प्रियांशु पांडे जिला सचिव,
विशाल रावत जिला सचिव, आशीष पाल विधानसभा सोशल मीडिया अध्यक्ष,
संस्कार भारती नगर सोशल मीडिया अध्यक्ष,
प्रेम प्रकाश पाठक,
अज्जू, नितिन, राहुल,अंकित पांडे, जय रावत, दर्शन जोशी, गोलू, गोविन्द सिंह, दुर्गादत्त पंडा, किशन दत्त पंडा,
केवला नंद पांडे, दिनेश पांडे, रंजीत सिंह कनवाल,
गोपाल गुरानी, रोहित पंडा, राजेश पंडा, अमित पंडा,
मनोज चौबे,सोनू पंडा,
गुलशन पंडा,अमित चौबे,
रोहित पांडे,तारा देवी,
कमला देवी,वैजयंती पांडे,
जयंती देवी आदि लोग मौजूद थे