बागेश्वर:सफलता की एक और कहानी, उद्यमी गणेश की कपड़ा सिलाई फैक्ट्री,चन्द्रशेखर की पारम्परिक जैविक खेती

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बागेश्वर जिलाधिकारी रीना जोशी ने बैजनाथ अयारतोली में उद्यमी गणेश दत्त तिवारी की कपड़ा सिलाई फैक्ट्री का निरीक्षण किया। गणेश दत्त जोशी जी-स्पोट्र्स के नाम से स्कूल ड्रेस, ट्रैकसूट की सिलाई कार्य करते है। गणेश दत्त तिवारी ने बताया कि उन्होंने 25 वर्ष गुड़गॉव में सिलाई फैक्ट्री में कार्य किया, वहॉ से लौट कर उन्होंने गरूड़ में एक मशीन लेकर सिलाई कार्य प्रारम्भ किया। उन्होंने प्रधानमंत्री स्वरोजगार सृजन योजना के अन्तर्गत 2015-16 में 10 लाख ऋण लेकर सिलाई फैक्ट्री संचालित की। आज श्री तिवारी की सिलाई फैक्ट्री में 08 सिलाई मशीने है जिनमें 08 कारीगर कार्य कर रहे है।
गणेश दत्त तिवारी ने बताया कि वे गरूड़, बागेश्वर, बेरीनाग, पिथौरागढ़ के कई स्कूलों के ड्रेस व ट्रैकसूट बनाते है व स्पोट्स के भी उन्हें ऑर्डर मिलते है। अयारतोली में सिलाई फैक्ट्री के साथ ही उनकी एक दुकान टीट बाजार गरूड़ में है, जहॉ से वे व्यापार संचालित करते है। दुकान उनका बेटा चलाता है, वहीं ड्रेस- ट्रैकसूट आर्डर किये जाते है व बिक्री की जाती है। आज वे 30 से 40 हजार प्रतिमाह लाभ अर्जित कर रहे है।
श्री तिवारी ने स्वयं स्वरोजगार अपना कर बेटे को भी इस कार्य में जोड़ा है व 8 सिलाई कारीगरों को भी रोजगार देकर एक सफल उद्यमी बनकर कार्य कर रहे हैं, जिलाधिकारी ने उनके कार्य की सराहना करते हुए उन्हें बधाई दी।


इसके उपरांत जिलाधिकारी ने प्रगतिशील काश्तकार एवं उद्यमी चौरसों निवासी चन्द्रशेखर पाण्डे के पारम्परिक जैविक खेती, हिम नैचुरल जैविक उत्पाद व होम स्टे का निरीक्षण किया। श्री पाण्डे पहले मुम्बई में रह कर नौकरी करते थे वहॉ से अपने घर चौरसों आ गये थे। पारम्परिक व जैविक खेती करने लगे तथा धीरे-धीरे उन्होंने जैविक खेती को बढ़ावा देकर पहाड़ी अनाज, दालें, मसालें, चाय, औषधीय एवं सगन्ध पौधे आदि का उत्पादन करना प्रारम्भ किया तथा प्रोंसेसिंग व ग्राइडिंग मशीनें लगाकर उत्पादों को प्रोसेस, ब्राण्डिंग, ग्राइडिंग कर बेचने लगे। उन्होंने अपने गॉव में हिम नैचुरल जैविक उत्पादन नामक आउटलेट भी खोला है।

श्री पाण्डे द्वारा उद्योग विभाग के माध्यम से प्रधानमंत्री स्वरोजगार सृजन योजना में 10 लाख का ऋण लेकर होम स्टे बनाया, जिसे वे सफलतापूर्वक संचालित कर रहे है। होम स्टे में 5 कमरें व तीन उडन हट्र्स भी है जिसमें समय-समय पर पर्यटक आते हैं व उनके जैविक उत्पाद भी खरीदते है। आज श्री चन्द्रशेखर पाण्डे एक सफल प्रगतिशील किसान है जिन्होंने परम्परागत जैविक खेती, बागवानी, औषधीय एवं सगन्ध खेती, होमस्टे के साथ ही अब किवी के 150 पौधे लगाकर किवी उत्पादन की ओर भी अग्रसर है। निरीक्षण दौरान जिलाधिकारी ने उनके कार्यों की सराहना की और काश्तकारों को भी जोड़ने को कहा।
इसके बाद जिलाधिकारी ने मिनी औद्योगिक आस्थान गरूड़ का निरीक्षण किया। निरीक्षण दौरान उन्होंने महाप्रबन्धक उद्योग को निर्देश दिये कि औद्योगिक आस्थान में खाली पडे़ 04 सेड (भवन) यदि कोई उद्यमी लेने को तैयार है तो वार्ता कर आस्थान भवनों की मरम्मत कराकर उन्हें आवंटित करें। भवन मरम्मत हेतु ग्रामीण निर्माण विभाग से आंगणन बनाकर प्रस्तुत करने की निर्देश दिये।इस दौरान उप जिलाधिकारी आर0के0 पाण्डेय, महाप्रबंधक उद्योग जीपी दुर्गापाल, मुख्य कृषि अधिकारी एस0एस0वर्मा, सहायक प्रबंधक उद्योग पंकज तिवारी आदि मौजूद थे।