बागेश्वर:कृषि विभाग की आतमा परियोजना के अन्तर्गत संयुक्त रूप से अन्तर्राष्ट्रीय मिलेट वर्ष 2023 के अन्तर्गत कृषक वैज्ञानिक संवाद कार्यक्रम आयोजित,वृक्षारोपण कार्यक्रम का भीआयोजन

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दिनांक 05.08.2003 को भाकृअनुप- विवेकानन्द पर्वतीय कृषि अनुसंधान संस्थान अल्मोड़ा के कृषि विज्ञान केन्द्र काफलीगैर एवं कृषि विभाग बागेश्वर की आतमा परियोजना के अन्तर्गत संयुक्त रूप से अन्तर्राष्ट्रीय मिलेट वर्ष 2023 के अन्तर्गत कृषक वैज्ञानिक संवाद विषय-मूल्य संवर्द्धन उत्पाद पर प्रशिक्षण एवं विश्व पर्यावरण दिवस के उपलक्ष्य में वृक्षारोपण कार्यक्रम का आयोजन किया गया।

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रभारी अधिकारी कमल कुमार पाण्डे ने बताया कि, मिलेट को माननीय प्रधानमंत्री द्वारा श्रीअन्न का नाम दिया गया है इसमें (कल्शियम आयरन पोषक तत्व भरपूर मात्रा में होते है तथा मधुमेह बीमारी में अत्यंत लाभदायक है। हम बच्चों में इसके मूल्यवर्धित उत्पाद बिस्कुट, नमकीन, चिप्स आदि बनाकर दें तो उनमें प्रतिरोधक क्षमता विकसित होगी.

उन्होंने विश्व पर्यावरण दिवस के उपलक्ष्य में अधिकाधिक वृक्षारोपण एवं संरक्षण करने को कहा। वरिष्ठ विषय वस्तु विशेषज्ञ (पशुचिकित्सा विज्ञान) डा० नवल किशोर सिंह ने विश्व पर्यावरण दिवस एवं अन्तर्राष्ट्रीय मिलेट वर्ष के उद्देश्यों पर प्रकाश डाला विषय वस्तु विशेषज्ञ श्री हरीश चन्द्र जोशी ने उत्तराखण्ड की प्रमुख मिलेट फसलों के बारे में जानकारी दी वरिष्ठ तकनीकी अधिकारी श्रीमती निधि सिंह ने महिलाओं को मडुए मादिरा के मूल्य संवर्द्धन उत्पाद बिस्कुट नमकीन, लड्डू चिप्स आदि बनाने का व्यवहारिक प्रशिक्षण दिया। आतमा के उप परियोजना निर्देशक श्री धीरज बिष्ट ने आत्मा योजना द्वारा संचालित योजनाओं की जानकारी एवं पी.एम. किसान सम्मान निधि हेतु ई.के.बी.सी. करने को कहा गया कार्यक्रम में तीनों ब्लाकों की महिला समूहों की 33 महिलाओं ने प्रतिभाग सहित कुल 45 लोगों ने प्रतिभाग किया। कार्यक्रम को सफल बनाने में रिप परियोजना के श्री सतीश चन्द्र जोशी आतमा के बी. टी.एम. श्री विकास बिष्ट श्री हिमान्शु भटट, श्री महेश सिंह श्री सौरव ने सफल योगदान दिया।