गंगा आरती की भॉति सरयू आरती का आयोजन दिव्य एवं भव्य कराये जाने के उद्देश्य से जूना अखाडा के महंतो, सीनियर सीटीजन एवं संबंधित अधिकारियों के साथ बैठक आयोजित
बागेश्वर – गंगा आरती की भॉति सरयू आरती करने के उद्देश्य से जिलाधिकारी विनीत कुमार की अध्यक्षता में जिला कार्यालय सभागार में जूना अखाडा के महंतो, सीनियर सीटीजन एवं संबंधित अधिकारियों के साथ बैठक आयोजित की गयी। बैठक में जिलाधिकारी ने संबंधित अधिकारियों से कहा कि गंगा आरती की भॉति सरयू आरती का आयोजन दिव्य एवं भव्य तरीके से कराये जाने हेतुु जो भी आवश्यक तैयारियां एवं व्यवस्थायें करायी जानी है उन्हे समय से करा लें। साथ ही उन्होंने उपजिलाधिकारी बागेश्वर एवं जिला पर्यटन विकास अधिकारी को सरयू तट आयोजन स्थल का निरीक्षण करते हुए आरती के समय जो भी आवश्यक तैयारियां एवं व्यवस्थायें कराई जानी है वह व्यवस्था भी सुनिश्चित करने को कहा।
उन्होने कहा कि सरयू आरती के सफल आयोजन हेतु जूना अखाडा, बागनाथ मंदिर समिति, व्यापार मंडल, रामलीला कमेटी सहित दुर्गापूजा समिति के सदस्यों से भी वार्ता कर इस हेतु सहयोग लिया जाय, जिससे की आरती को सुव्यवस्थित ढंग से शुरू किया जा सकें, इसके लिए उन्होने सरयू तट पर बेहतर साफ-सफार्इ एवं सैनेटार्इज करने के लिए अधि0अधि0 नगर पालिका को निर्देश दियें तथा सरयू तट पर आरती के समय व्यापक सुरक्षा व्यवस्था के लिए पुलिस उपाधीक्षक को आवश्यक सुरक्षा व्यवस्था करने के निर्देश दियें। उन्होंने कहा कि यदि सरयू तट पर सीसीटीवी कैमरे लगाने की व्यवस्था करने की जरूरत हो तो इसे भी सुनिश्चित कर लिया जाय। उन्होंने बैठक कहा कि जनपद बागेश्वर एक पर्यटन स्थल होने के साथ-साथ बागनाथ मंदिर एक पौराणिक, ऐतिहासिक एवं धार्मिक स्थल है, जिसके दर्शन करने पर्यटक काफी संख्या में आते है। उन्होने कहा कि सरयू आरती को गंगा आरती की भॉति सुव्यवस्थित ढंग से कराये जाने हेतु जिला प्रशासन की ओर से इसमें जो भी सहयोग की आवश्यकता होगी, उसे करते हुए सभी आवश्यक व्यवस्थायें सुनिश्चित करायी जायेंगी। उन्होंने आरती को सफल बनाने हेतु इसकी विडियोग्राफी एवं फोटोग्राफी कराने के भी निर्देश दियें। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी डीडी पंत, उपजिलाधिकारी बागेश्वर हरगिरि, पुलिस उपाधीक्षक शिवराज सिंह राणा, जिला पर्यटन अधिकारी कीर्ति आर्या, अधि0अधि0 नगर पालिका राजदेव जायसी, अध्यक्ष बागनाथ मंदिर समिति नंदन सिंह रावल, पुजारी बागनाथ मंदिर भरत सिंह रावल, जूना अखाडा के महंत शंकर गिरि, पुष्कर राज गिरि, लक्ष्मण गौतम, दीपक गिरि, वरिष्ठ नागरिक दलीप खेतवाल, बाला दत्त तिवारी, गोविन्द सिंह भण्डारी, इन्द्र सिह परिहार, आदि मौजूद रहे।