उत्तराखंड-लो जी आ गई UKD क्या बोले उक्रांद के फायर ब्रांड नेता “काशी सिंह ऐरी” जरूर पढ़िये
उत्तराखंड आंदोलन से निकल कर खड़ी हुई पार्टी उत्तराखंड क्रांति दल को जहां प्रदेश की राजनीति में जहां कमजोर समझा जा रहा था वहीं भाजपा,कांग्रेस,और आप मे लोगों की निगाह दिख रही थी वहीं UKD ने एक बार फिर फ्रंट फुट में राजनीति खेलनी शुरू कर दी है जहां एक ओर यूकेडी पुलिस परिजनों के आंदोलन में कूद पड़ी वहीं यूकेडी के फायर ब्रांड नेता काशी सिंह ऐरी भी फुल फार्म में नजर आने लगे हैं और उत्तराखंड के जमीनी मुद्दों को लेकर सामने आ रहे हैं ।उत्तराखंड क्रांति दल के केंद्रीय अध्यक्ष काशीसिंह ऐरी अपने गढ़वाल मंडल दौरे के प्रथम दिन नई टिहरी में पँहुचे। यहां पँहुचने पर उक्रांद कार्यकर्ताओ ने ऐरी का जोरदार स्वागत किया। इसके बाद ऐरी ने जिला पदाधिकारियो और कार्यकर्ताओ के साथ बैठक की ।उन्होंने सभी को 2022 विधानसभा चुनाव की तैयारियों में जुटने और संगठन को मजबूत करने को कहा। इस दौरान काशी सिंह ऐरी ने कहा कि उत्तराखंड में बेरोजगारी भयानक रूप ले रही है। राज्य के युवा आज खुद को ठगा हुआ महसूस कर रहे है। और युवाओं को रोजगार दिलाना उक्रांद की पहली प्राथमिकता है। आगामी चुनाव में बेरोजगारी ही मुख्य मुद्दा है। ऐरी ने ये भी कहा कि राज्य में शक्त भू कानून की शक्त जरूरत है । ऐरी ने कहा कि देवस्थानम बोर्ड को खत्म कर पूर्व व्यवस्था बहाल की जाय, मूलनिवास कट ऑफ डेट 1950 लागू किया जाय। टिहरी डैम से लोकल लोगों की आवाजाही के लिये 24 घण्टे छूट मिले। इस दौरान उन्होंने ये भी बड़ी बात कही”उक्रांद ने इस राज्य का विचार दिया ,बनाया और अब उक्रांद ही इस राज्य को संवारेगा”। यूकेडी की बैठक में परिसम्पत्तियों का बंटवारा, सरकारी विभागों में खाली पदों को भरने, पन्तनगर विश्वविद्यालय को पूर्ववत रखने,उपनल या अन्य अस्थायी कर्मचारियों को स्थायी करने ,आशा कार्यकत्रियों व भोजनमताओ को उचित मानदेय, राज्य में स्थापित कम्पनियो में राज्य के स्थानीयों युवाओं को 80प्रतिशत रोजगार, कर्मचारियों को पुरानी पेंशन बहाली, राज्य आंदोलनकारियो को सरकारी नौकरियों में आरक्षण , स्वास्थ्य विभाग के द्वारा हटाये गए संविदाकर्मियों की विभाग पुनः बहाली, आदि 22 राजनीतिक प्रस्ताव पारित भी किये गए। इस प्रकार बेसक यूकेडी ने थोड़ा देर से ही सही लेकिन राजनीतिक विसात बिछाना शुरू कर दिया है अब ये देखना रोचक होगा कि उत्तराखंड की ये एक मात्र सबसे पुरानी स्थानीय पार्टी यूकेडी भाजपा कांग्रेस और आप की बढ़ती ताकत को कैसे कमजोर करेगी।