उत्तराखंड:मण्डलायुक्त दीपक रावत ने आपदा पूर्व की तैयारियों की वीसी के माध्यम से की समीक्षा ,दिए ये निर्देश?

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मण्डलायुक्त दीपक रावत ने आपदा पूर्व की तैयारियों की वीसी के माध्यम से समीक्षा करते हुए आपदा न्यूनीकरण कार्यों व आपदा क्षेत्रों को चिन्हित करने के साथ ही वैकल्पिक व्यवस्थायें सुनिश्चित करने के निर्देश मण्डलीय अधिकारियों को दिये। उन्होंने कहा कि वर्षाकाल प्रारम्भ होने वाला है इसलिये जिला व तहसीलों में नियंत्रण कक्षों को सक्रीय करते हुए संचार व्यवस्थायें, सड़क मार्गों को यातायात हेतु सुचारू रखने एवं वैकल्पिक मार्गों का चिन्हिकरण कर लिया जाय।
मण्डलायुक्त ने जिलाधिकारियों को निर्देश दिये कि वे वर्षाकाल से पूर्व जनपदों में आपातकालीन हैलीपैड, दूरस्थ क्षेत्रों में खाद्यान्न आपूर्ति, दवायें, विद्युत एवं पेयजल व्यवस्थायें सुचारू रखने हेतु अभी से व्यवस्थायें सुनिश्चित कर ली जाय। उन्होंने जनपदों में उपलब्ध आपदा उपकरणों की जॉच के साथ ही आवश्यकता होने पर और उपकरण तत्काल खरीदने के निर्देश भी दिये। उन्होंने कहा कि जनपदों में एम्बुलेंस वाहनों के साथ ही 108 वाहनों के सुचारू संचालन हेतु दुरूस्त कर लिये जाय। उन्होंने कहा कि ऐसे पेड़ जो सड़क किनारे अथवा भवनों के आस-पास गिर सकते है अथवा लटके हुये है उन्हें कटवा दिया जाय। साथ ही विद्युत लार्इनों के आस-पास पेड़ों की तुरंत लॉपिंग भी की जाय। उन्होंने सड़क महकमें के अधिकारियों को सड़कों की नालियॉ व स्कवर की सफार्इ करने के निर्देश दिये। उन्होंने शहरों व ग्रामीण क्षेत्रों में जल भराव क्षेत्रों को चिन्हित करते हुए तुरंत व्यवस्थायें सुनिश्चित करने के निर्देश भी दिये।
समीक्षा के दौरान जिलाधिकारी विनीत कुमार ने बताया कि जनपद के दुरस्थ 07 खाद्यान गोदामों में 03 माह का खाद्यान्न भेज दिया है व गॉवों में वितरित भी कर दिया गया है। संचार व्यवस्थायें दुरूस्त रखने हेतु दूरसंचार विभाग व जीओ, एयरटेल आदि के साथ बैठक कर व्यवस्थायें सुनिश्चित करने के निर्देश दिये है साथ ही पुलिस विभाग द्वारा बदियाकोट, कर्मी, खाती में 03 वायरलेस रीपिटर लगा दिये गये है। साथ ही जनपद में 13 सेटेलार्इट फोन उपलब्ध है व 29 सेटेलार्इट फोन की मॉग शासन से की गयी है। वर्षाकाल में यातायात व्यवस्था सुचारू रखने हेतु संवेदनशील सड़के चिन्हित कर ली गयी है, टैण्डर कर जिनमें 42 जेसीबी तैनात की जायेंगी तथा 02 जेसीबी बीआरओ द्वारा भी तैनात की जायेंगी तथा जनपद के सड़कों की 5506 स्कवर में से 5146 स्कवर की सफार्इ कर खोले जा चुके है। जिले के साथ ही सभी तहसीलों में आपदा कंट्रोल रूम स्थापित कर दिये गये है उनमें दूरभाष के साथ ही माबार्इल एवं वायरलेस सैट लगाये गये है व कार्मिकों की तैनाती आदेश भी जारी कर दिये गये है। गरूड़ व बागेश्वर में 02 बाढ़ चौकिया व बागेश्वर में 01 जल पुलिस चौकी बना दी गयी है। जनपद के कपकोट में 01 एसडीआरएफ यूनिट तैनात है व 01 फाउंटे्रनिंग यूनिट की मॉग शासन से की गयी है।वीसी में पुलिस अधीक्षक अमित श्रीवास्तव, प्रभागीय वनाधिकारी हिमांशु बागरी, मुख्य विकास अधिकारी संजय सिंह, अपर जिलाधिकारी चन्द्र सिंह इमलाल, अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ0 हरीश पोखरिया, उप जिलाधिकारी हरगिरी, मोनिका, राजकुमार पाण्डेय, मुख्य शिक्षा अधिकारी जीएस सोन, अधि0अभि0 लोनिवि संजय पाण्डेय, राजकुमार, सिंचार्इ विवेक काण्डपाल, उप खण्ड अधिकारी दूरसंचार हेमन्त जोशी, जलसंस्थान डीएस देवडी, पेयजल निगम बीके रवि, आपदा प्रबन्धन अधिकारी शिखा सुयाल, बीआरओ के मधुसुदन सीपी आदि मौजूद थे।

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