उत्तराखंड-राष्ट्रपति श्री रामनाथ कोविंद ने सपरिवार पवित्र गंगा जी में दीप प्रवाहित किए तत्पश्चात भारत के राष्ट्रगान के गायन के साथ गंगा आरती समारोह का हुवा समापन
बीते रोज सायं राष्ट्रपति श्री रामनाथ कोविंद, भारत की प्रथम महिला श्रीमती सविता कोविंद तथा अपनी पुत्री के साथ परमार्थ निकेतन आश्रम पहुंचे। परमार्थ निकेतन के अध्यक्ष स्वामी चिदानन्द सरस्वती महाराज के सान्निध्य में तिलक लगाकर, पुष्प वर्षा और शंख ध्वनि के साथ सभी का स्वागत किया गया। स्वामी जी ने पवित्र रुद्राक्ष का पौधा और इलायची की माला से राष्ट्रपति श्री रामनाथ कोविंद जी का स्वागत किया। आरती के पश्चात राष्ट्रपति ने सपरिवार पवित्र गंगा जी में दीप प्रवाहित किए तत्पश्चात भारत के राष्ट्रगान के गायन के साथ गंगा आरती समारोह का समापन हुआ।
राष्ट्रपति श्री रामनाथ कोविंद ने कहा कि आज उन्हें अपार खुशी है कि लम्बे समय से उनकी अधूरी इच्छा आज पूर्ण हुई है, यह हृदय को स्पर्श करने वाला क्षण है। उन्होंने कहा कि मां गंगा भारत की अस्मिता है, गंगा मां के बिना भारत वर्ष अधूरा है व भारत के बिना मां गंगा अधूरी है। कार्यक्रम में परमार्थ निकेतन के अध्यक्ष स्वामी चिदानन्द सरस्वती के साथ चर्चा करते हुए राष्ट्रपति ने स्वामी जी के मार्गदर्शन और नेतृत्व में चलाए जा रहे विभिन्न सेवा कार्यों पर विस्तृत चर्चा की।
कार्यक्रम में राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल श्री गुरमीत सिंह, मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी, पूर्व मुख्यमंत्री/सांसद श्री तीरथ सिंह रावत, उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत सहित अन्य गणमान्य उपस्थित रहे।