उत्तराखंड-(रेस्क्यू) बागेश्वर सुन्दरढुंगा ग्लेशियर क्षेत्र में हताहत एवं लापता हुए पर्यटको एवं स्थानीय नागारिक के खोजबीन में चीता हैलीकाप्टर ने भरी 2 उड़ान घटना स्थल के समीप हल्की वर्षा तथा धुन्द व बादल होने के कारण नहीं हो पाया रेस्क्यू-जिला प्रशासन,वहीं कांग्रेस ने शासन-प्रशासन पर लापरवाही का लगाया आरोप

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बागेश्वर जिला सुन्दरढुंगा ग्लेशियर क्षेत्र में हताहत एवं लापता हुए पर्यटको एवं स्थानीय नागारिक के खोजबीन का कार्य आज भी निरंतर जारी रहा, गौरतलब है कि दिनांक 21 अक्टूबर, 2021 को सुंदरढुंगा ग्लेशियर में फंसे पर्यटकों/ स्थानीय नागरिकों के रेसक्यू हेतु एम0आई0 7 हेलीकॉप्टर भेजा गया, जिसके द्वारा एसडीआरएफ की 6 सदस्य टीम को खाती गांव में उतारा, परंतु मौसम खराब होने के कारण हेलीकॉप्टर वापस आ गया और रेसक्यू अभियान नहीं हो पाया, फिर दिनांक 22 अक्टूबर 2021 को सुंदरढूंगा ग्लेशियर में फंसे पर्यटक / स्थानीय नागरिकों के रेस्क्यू हेतु वायु सेना के 02 चीता हेलीकॉप्टर द्वारा घटनास्थल के समीप पहुंचने का प्रयास किया, परंतु धून्द/बादल होने के कारण रेस्क्यू अभियान नहीं हो पाया, तथापि हताहत पर्यटको/ स्थानीय नागरिकों के खोज एवं बचाव हेतु ग्राम खाती से एसडीआरएफ को पैदल जातोली हेतु रवाना किया गया उक्त एसडीआरएफ टीम द्वारा रात्रि विश्राम जातोली में किया गया। आज खोजबीन हेतु वायु सेना के दो चीता हैलीकाप्टर कपकोट के केदारेश्वर मैदान से सुन्दरढुंगा ग्लेशियर क्षेत्र के लिए दो बार रवाना हुए, किंतु घटना स्थल के समीप हल्की वर्षा तथा धुन्द व बादल होने के कारण के कारण रेस्क्यू अभियान नहीं हो पाया तथा हैलीकाप्टर द्वारा एसडीआरएफ के दो जवान व उनका टे्रकिंग संबधी सामान तथा खाद्य सामाग्री को जातोली पर ही उतारा गया, उच्च हिमालयी क्षेत्रों में कोहरा/बादल होने के कारण रेस्क्यू अभियान का कार्य पूर्ण नहीं हो पाया। सुन्दरढुंगा ग्लेशियर क्षेत्र में हताहत एवं लापता हुए पर्यटको की खोजबीन के कार्य के लिए जिलाधिकारी विनीत कुमार एवं पुलिस अधीक्षक अमित श्रीवास्तव कपकोट में कैंप कर वस्तुस्थिति पर निगरनी बनाये हुए है। जिलाधिकारी ने कहा कि सुन्दरढुंगा ग्लेशियर क्षेत्र में हताहत एवं लापता हुए पर्यटको एवं स्थानीय नागरिकों के खोजबीन का कार्य निरंतर जारी है, जिसके लिए आज केदारेश्वर मैदान से सुन्दरढुंगा ग्लेशियर क्षेत्र के लिए दो चॉपरो द्वारा रेस्क्यू हेतु दो बार उडान भरी, किंतु जातोली के आगे मौसम खराब होने के कारण दोनो चॉपरो को एसडीआरएफ टीम एवं राहत व बचाव सामाग्री के साथ जातोली मे ही लैंडिंग कराना पडा। उन्होंने कहा कि सुन्दरढुंगा ग्लेशियर क्षेत्र में हताहत एवं लापता हुए पर्यटको के खोजबीन के लिए जातोली से देवी कुण्ड के लिए एसडीआरएफ की टीम को पैदल ही रवाना किया गया है। उन्होंने कहा कल कि मौसम ठीक होने पर पुन: रेस्क्यू अभियाना चलाया जायेगा।

वहीं कांग्रेस के जिला मीडिया कोऑर्डिनेटर व पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष हरीश चंद्र सिंह ऐठानी ने शासन-प्रशासन पर आपदा के में लापरवाही का आरोप लगाया। उन्होंने नैतिकता के आधार पर विफल सरकार व सरकार के स्थानीय जनप्रतिनिधियों से इस्तीफ़ा देने की मांग की। उन्होंने कहा कि आपदा पिंडारी, जातोली व सुन्दरढूंगा ग्लेशियर में आई है। लेकिन प्रसाशन कपकोट हेलीपैड पर बेस कैंप बनाकर अपनी इतिश्री कर रहे है।लेकिन 3 दिन बाद भी क्षेत्र में हेलीकॉप्टर घटनास्थल पर नही पहुँच पाया।

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