उत्तराखंड:(दुःखद)पूर्व कैबिनेट मंत्री राम प्रसाद टम्टा का आकस्मिक निधन, हल्द्वानी के नीजी अस्पताल में ली अंतिम सांसे

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बागेश्वर:पूर्व कैबिनेट मंत्री राम प्रसाद टम्टा अब हमारे बीच नहीं रहे हल्द्वानी स्थित कृष्णा अस्पताल में उपचार के दौरान उन्होंने अंतिम सांसें ली बागेश्वर जिले के सबसे दिग्गज नेताओं में से एक थे स्वर्गीय टम्टा टम्टा ने 49 साल कांग्रेस कांग्रेस में रहे फिर 2017के दौरान भाजपा में शामिल हुवे टम्टा बेहद सरल स्वभाव के नेता थे अक्सर इनकी पहचान थी खादी वस्त्र और पारंपरिक टोपी बागेश्वर की सड़कों में घूमते और राह चलते सभी जानो से हाथ जोड़ते इन्हें देखा जाता था।स्व.राम प्रसाद टम्टा उत्तराखंड की पहली निर्वाचित सरकार में कैबिनेट मंत्री भी रहे।पूर्व समाज कल्याण मंत्री स्व. राम प्रसाद टम्टा का राजनैतिक सफर लंबा रहा है। वह सन् 1968 में यूथ कांग्रेस से जुड़े। वर्ष 1971 में 18 साल की उम्र में ही राजनैतिक व सामाजिक संगठनों से जुड़ गए। इसी उम्र में महज 12 रुपये खर्च कर ग्राम प्रधान पद का चुनाव लड़ा था। और जीत हासिल की उत्तर प्रदेश की विधानसभा में स्व ० टम्टा बागेश्वर विधानसभा सीट से सन् 1993 में पहली बार विधायक बने। राज्य गठन के बाद 2002 में इसी सीट से दोबारा विधायक बने और राज्य की पहली निर्वाचित कांग्रेस सरकार में वह समाज कल्याण मंत्री बने। पूर्व मुख्यमंत्री नारायण दत्त तिवारी के साथ सन् 2007 तक मंत्री रहे।स्व. टम्टा ने वर्ष 2007 और 2012 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के टिकट पर विधानसभा चुनाव लड़ा और इन चुनावों में ये हार गए, लेकिन वर्ष 2017 में उनका टिकट कटा। इसके बाद वह भाजपा शामिल हो गए। वह 49 साल कांग्रेस में रहे। पूर्व मंत्री टम्टा के दो पुत्र हैं। उनके बड़े पुत्र चंद्रकांत टम्टा नगर पालिका में जेई के पद पर हैं, जबकि छोटा बेटा अभिलेख टम्टा तांबे के बर्तनों के कारोबार से जुटे हैं। उनकी तीन बेटियां हैं। उनकी शादी हो चुकी है। स्व ०रामप्रसाद टम्टा की मौत से पूरे बागेश्वर जिले में शोक की लहर है।


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