उत्तराखंड: सुनहरी यादों को जल में डूबता देख लोगों की आंखें भर आईं उत्तराखंड का लोहारी गांव जल में समाया,
उत्तराखंड:वो गांव की खिलखिलाहट ,गांव की वो पकडंडियां ,गांव के वो शानदार घर,गांव के वो छोटे छोटे खेत खलिहान,गांव का वो आपसी प्रेम और इस प्रेम के बीच मनाए जाने वाले तीज त्योहार और गांव में ही बीता वो बचपन से लेकर जवानी कभी भूले नहीं भुलाई जा सकती देवभूमि उत्तराखंड में सैकड़ों लोगों की वो सुनहरी यादें वो लम्हे जो गांव में बीते हमेशा के लिए जल में शमा गई है. वक्त के इस परिवर्तन देखने के लिए मौजूद लोगों की आंखें भी नम नजर आई. जहां बचपन की सुनहरी यादें ,जहां की मिट्टी में खेलकूद कर बड़े हुए आज उन्हीं लोगों ने अपने गांव को जलमग्न होते हुए देखा.
उत्तराखंड की राजधानी देहरादून के कालसी क्षेत्र में लोहारी गांव जल में समा गया अपने इस पैतृक गांव को डूबता देख गांव वाले अपने आंसू भी नही रोक पाए. झील की गहराइयों में बांध प्रभावितों की सुनहरी यादें, खेत-खलिहान उनका घर सभी हमेशा के लिए जल के आगोश में समा गए.ऊंचे स्थानों पर बैठे इस गांव के ग्रामीण दिनभर अपने पैतृक गांव को जल समाधि लेते देखते रहे। आपको जानकारी दे दें कि यहां पर 120 मेगावाट क्षमता वाली लखवाड़ व्यासी जल विद्युत परियोजना का निर्माण किया जाएगा .
व्यासी जलविद्युत परियोजना के लिए बनाए गए डैम में पानी भरने का काम अंतिम चरण में पहुंच गया है. 120 मेगावाट की यह जल विद्युत परियोजना प्रदेश को बिजली की समस्या से मुक्त कराने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी. लोहारी गांव के लोगों को पहले ही नोटिस दिया गया था.इस प्यारे से पहाड़ी गांव के लोगों ने गांव जरूर खाली कर दिया लेकिन बीते रोज लोहारी गांव को जल समाधि लेते हुए इस भावुक लम्हे को निहारते सैकड़ों लोग मौजूद रहे.