उत्तराखंड:यहां वन में घास लेने गई महिला को गुलदार ने बनाया अपना निवाला
चंपावत :उत्तराखंड के पहाड़ी जिलों में बीते कुछ सालों से कई बार गुलदार द्वारा बच्चों और क्षेत्रीय जनता पर हमले की खबरे सामने आती रही हैं ।गुलदार के हमलों में कइयों ने अपनी जान तक गवाई हैं। खासकर पहाड़ों में आए दिन जंगली जानवर लोगों को अपना शिकार बना रहे हैं ।गुलदार के इन हमलों से रोकथाम के लिए कोई प्रभावी कदम भी नहीं उठाए गए हैं यही वजह है कि आए दिन पहाड़ के किसी न किसी गांव से दुखदाई खबर आती रहती है ताजा हादसा चंपावत जिले के ढकना गांव में हुआ जहां जंगल घास लेने गई महिला को गुलदार ने अपना शिकार बना लिया घटना के बाद जहां गांव में दहशत है तो वहीं परिवार में शोक की लहर है परिजनों का रो रो कर बुरा हाल है।जानकारी के मुताबिक सोमवार की सुबह 9:00 बजे चंपावत से लगे ढकना गांव की 35 वर्षीय मीना नरियाल पत्नी रमेश सिंह रोज की तरह अपनी साथी महिलाओं के साथ हथिया नौला के पास जंगल में घास काटने के लिए गई थी। ठीक 11:00 बजे के आसपास झाड़ी में घात लगाए आदमखोर गुलदार ने महिला पर हमला बोल दिया और महिला को घसीटते हुए ले गया मीना की चीख पुकार सुनते ही अन्य साथी महिलाओं ने तुरंत हो हल्ला और शोरगुल किया तो पास में ही एक भेड़ चरा रहा गडरिया भी रुका हुआ था। जिसके बाद उसके साथ मौजूद कुत्तों ने भी भोकना शुरू किया और लोगों के खूब हो हल्ला करने पर गुलदार महिला को छोड़कर भाग गया। जिसके बाद आनन-फानन में लोग गांव की तरफ सूचना करने भागे। लेकिन महिला की जान न बच सकी।ग्रामीणों ने बताया कि महिला के सिर के एक हिस्से को गुलदार खा गया जबकि अन्य हिस्सो को बुरी तरह नोच गया था, वहीं ग्रामीणों ने तत्काल वन विभाग से आदमखोर गुलदार को पकड़ने या फिर मारने की मांग की है। इस घटना के बाद जहां गांव में दहशत है तो वहीं परिजनों में कोहराम मचा हुआ है।