बागेश्वर जिलाधिकारी ने किया तहसील कपकोट का निरीक्षण
बागेश्वर जिलाधिकारी विनीत कुमार ने तहसील कपकोट का निरीक्षण कर वहा की व्यवस्थाओ आदि का जायजा लिया। उन्होंने निरीक्षण के दौरान तहसील में स्थापित जनाधार केंद्र, रिकार्ड रूम भू अभिलेख एवं विभिन्न पंजिकाओं का निरीक्षण कर विस्तार पूर्वक जानकारी प्राप्त की। इस दौरान उन्होंने तहसील में उपलब्ध आपदा से संबंधित उपकरण, टेलीफोन, फैक्स, रिकार्ड रूम, प्रमाण पत्र व आधार कक्ष सहित सभी पटलों का भी निरीक्षण किया, तथा सभी पटल सहायको को निर्देश दियें कि जो भी प्रकरण एवं जो भी समस्यायें प्राप्त होती हैं, उसे समयानुसार निराकरण करे, और तहसील से निर्गत किये जाने वाले प्रमाण पत्रो को भी समय से बनाकर लाभार्थियों को उपलब्ध करायें और पंजीकाओं की रखरखाव ठीक ढंग से करने के निर्देश दिये। जिलाधिकारी ने उपजिलाधिकारी को नियमित रूप से कोर्ट लगाने एवं जल्द से जल्द लंबित मामलो के निराकरण करने के निर्देश दियें। उन्होने यह भी निर्देश दिये कि निर्धारित तिथि को किन्ही कारणो से कोर्ट नहीं लगायी जाती है तो उसके लिए अगले दिन की तिथि निर्धारित करने के निर्देश दियें तथा संबंधित को भी इस संबंध में अवगत कराने के निर्देश दियें, ताकि लंबित वादो का त्वरित गति से निराकरण किया जा सके। भू-अभिलेख कक्ष का निरीक्षण करते हुए जिलाधिकारी कहा कि आर 6 रजिस्टर में दाखिल खारिज आदेश को आंनलार्इन प्रक्रिया त्वरित गति से करने के निर्देश दियें और कहा कि इसमें किसी भी प्रकार की कोर्इ ढिलार्इ न बरती जाय, तथा सभी अभिलेखो का अंकन ठीक ढंग से किया जाय ताकि खसरा-खतौनी में किसी भी प्रकार की कोर्इ लगती न होने पाए। जिलाधिकारी ने तहसील आपदा कंट्रोल रूम के निरीक्षण के दौरान संबंधित कार्मिको को निर्देश दिये कि सभी अधिकारियों के दूरभाष एवं मोबाइल नंबरो का ठीक ढंग से अंकन किया जाय एवं किसी प्रकार की कोई घटना घटित होने पर संबंधित को इसकी सूचना शीघ्रता से उपलब्ध करायी जा सकें, उन्होने मानसून के दृष्टिगत तहसील में रखे आपदा उपकरणो का भी निरीक्षण कर उपकरण आदि का डेमो लिया गया तथा संबंधित को निर्देश दिये कि आपदा के दृष्टिगत सभी उपकरणो को दूरस्थ रखे तथा इस संबंध में सभी को आवश्यक प्रशिक्षण भी उपलब्ध कराया जाय। उन्होने यह भी निर्देश दियें कि इसमें युवक मंगल दल, स्वंय सेवको सहित संबंधित अधिकारियों जिसमें ग्राम विकास अधिकारी तथा ग्राम पंचायत विकास अधिकारी आदि को भी प्रशिक्षण उपलब्ध कराया जाय, ताकि आपदा के समय किसी प्रकार की कोर्इ परेशानी न हो। उन्होने उपजिलाधिकारी को निर्देश दिये कि आपदा के दृष्टिगत सभी अधिकारियों को इसका मॉक ड्रिल भी करवाया जाय। जिलाधिकारी ने वसूली की समीक्षा के दौरान पाया कि बडे बकायेदारो से वसूली ठीक ढंग से नही हो र ही है जिस पर जिलाधिकारी ने नाराजगी व्यक्त करते हुए संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिये कि वसूली में शीघ्रता से शीघ्र तेजी लाये जिसमें माह अगस्त, 2021 तक 40 प्रतिशत तक वसूली करने के निर्देश दिये। उन्होने यह भी निर्देश दियें कि यदि वसूली में संबंधितो द्वारा त्वरित गति से कार्यवाही नही की जाती है, तो उनके विरूद्ध आवश्यक कार्रवार्इ करते हुए तब तक उनका वेतन आहरित न करने के भी निर्देश दियें गये। उन्होंने यह भी निर्देश दिये कि विभिन्न विभागों द्वारा क्षतिग्रस्त परिसंपत्तियों से संबंधित जो भी प्रस्ताव उपलब्ध होते है उन प्रस्तावो पर त्वरित कार्यवाही करते हुए जिस स्तर से भी जांच की जानी है उस स्तर पर तत्काल जांच करते हुए संबंधित विभाग को आवश्यक कार्यवाही हेतु उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें इसमें किसी भी प्रकार का विलंब न किया जाय तथा प्राप्त होने वाले प्रस्तावों का अंकन ठीक ढंग से किया जाय, प्राप्त प्रस्तावों में त्वरित गति से कार्यवाही न होने की दशा में संबंधित पटल सहायक के विरूद्ध आवश्यक कार्रवार्इ अमल में लायी जायेगी। निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने आधार कक्ष में प्रिंटर खराब पाया जिसको जल्द से जल्द ठीक करने के निर्देश दियें, ताकि आधार कार्ड बनाने वाले लोगो को किसी भी प्रकार की कोर्इ परेशानी न हो। जिलाधिकारी ने उपजिलाधिकारी को निर्देश दिये कि तहसील परिसर में लगे सीसीटीवी कैमरो को भी सुरक्षा की दृष्टि से तत्काल ठीक किये जाय। जिलाधिकारी ने संबंधित पटल सहायको को निर्देश दियें कि सीएम हैल्प लार्इन एवं सूचना अधिकार अधिनियम के तहत जो भी शिकायते प्राप्त होती है उन शिकायतों का समयसीमा के अंतर्गत शीर्ष प्राथमिकता के साथ निराकरण करनास सुनिश्चित करे, इसमें किसी भी प्रकार की कोई ढिलाई न की जाय। निरीक्षण के दौरान उपजिलाधिकारी कपकोट प्रमोद कुमार, तहसीलदार पूजा शर्मा सहित संबंधित पटल सहायक मौजूद रहे।